Shayari Pic
मिट्टी मेरे कब्र से चुरा रहा है कोइ
मर के भी याद आ रहा है कोइ
इक पल की ज़िन्दगी और दे दे ख़ुदा
मायूस मेरी कब्र से जा रहा है कोइ।
तूने कह दिया अब तेरा मेरा वास्ता नहीं
फ़िर भी अगर तू आना चाहें रास्ता वही है
कुछ ख़ूबसूरत पल याद आते हैं
पलकों पर आंसु छोड जाते हैं
कल कोइ और मिलें हमें ना भुलना
क्योंकि कुछ रिश्तें ज़िन्दगी भर याद आते हैं
जिसके लफ्जों में हमें अपना अक्स मिलता है
बड़े नसीबों से एसा कोइ शख़्स मिलता है
दौलत नहीं, शोहरत नहीं
ना वाह वाही चाहिय, कैसे हो
कहां हो, बस दो लफ्ज़ो की परवाह चाहिय
मुझे तुझसे नहीं तेरे अन्दर बैठें रब से है
तुम तो बस जरिया है मेरी इबादत का
मुझे पढ़ता भी तो कोइ कैसे
मेरे चेहरे पर तुम जो लिखी हो
मैं हूं दिल है तन्हाई है
तुम भी होते तो अच्छा होता
कोइ ऐहसान कर दो मुझ पे इतना सा बता कर
भुलाए कैसे जाता है दिल तोड़ने वाले को
कुछ दोस्त दोस्त नहीं बल्कि
हमारी फमेली होते है
sad shayari pic
तेरे ख़ामोश होंठों पर मोहब्ब्त गुन गुनाती है
तू मेरी है मैं तेरा हूं बस ऐ ही आवाज़ आती है
बार-बार जाती है नज़र क्यों तुम पर मेरी कलम की
शायद अधूरी मुहब्बत हो तुम मेरे पिछले जन्म की
न जानें कैसा रिश्ता है इस दिल का तुझसे
सांस लेना भूल सकता है पर तेरा नाम नहीं
मुझे सपना देखना पसन्द है क्यों की
सपने में तुम सिर्फ मेरे होते हो
Love Shayari Pic
तुम मुझे कभी दिल से
कभी आंखों से पुकारा करो
ऐ होठों के तकल्लुफ तो ज़माने के लिय होते हैं
बहोत से रिश्ते इसलिय भी ख़त्म हो जाते है
क्यूंकी इक सही बोल नहीं पाता
और दूसरा सही समझ नहीं पाता
कभी-कभी पहली नज़र कुछ
एसे रिश्ते बना लेती है
जो आखरी सांस तक छुड़ाने
से नहीं छूटती
कही पर शाम ढलती है कहीं पर रात होती है
अकेले गुमसुम रहते हैं ना किसी से बात होती है
तुमसे मिलने की आरज़ू दिल बहलने नहीं देती
तन्हाइ में आंखों से रुक रुक के बरसात होती है
सुनो जिसके दिल पर चोट लगती हैं न
वो आंखों से नहीं दिल से रोता हैं
सच्चे किस्से शराब खानें में सुनें
वो भी हाथ मे जाम लेकर
झूठे किस्से अदालत में सुनें
वो भी हाथ मे गीता-कुरान लेकर